देखने की क्षमता के साथ अपने दिमाग को तेज करें।
यह Topic सब Topics का मास्टर है। जिसका पूरा उद्देश्य सिर्फ सीखना और आगे बढ़ना है। इस Topics के लिए कोई भी उम्र की सीमा नहीं है। इस Topic को कोई भी अपने ऊपर लागू कर सकता है। जितनी आप के अंदर सिखने की जिज्ञासा बढ़ेगी ,उतना ही आप सफलता और महानता को प्रात्प करोगें।
देखें फिर समझें।
जो तुम देख रहे हो और सुन रहे हो। उन्हे आप सुनो और देखो मत बल्कि उनसे आप कुछ सीखो और उस घटना को समझों।
*मैं आपको एक बहुत अच्छा उदहारण देता।
एक अध्यापक ने अपने दो शिष्यों ज्ञान और अज्ञान से कहा कि तुन दोनों जंगलों में जाओ और मेरे लिए फल लेकर आओ।
कुछ समय बाद अज्ञान ज्ञान के पास आकर कहता है। ज्ञान भाई चलते हैं। फिर अपने गुरु के पास पहुंच जाते हैं अध्यापक फल खाते समय ,अज्ञान से पूछते हैं। कि तुमने जंगल से क्या सिखा। अज्ञान कहता है। कुछ नहीं। मैंने सिर्फ आपके लिए फल तोड़े है। अध्यापक ज्ञान से पूछते हैं।कि ज्ञान तुमने क्या सिखा।
ज्ञान कहता है। कि गुरु जी फल तोड़ते समय,मैंने कुछ पक्षियों को उड़ते हुए फिर उनको जमीन पर बैठ देखा ,इस प्रक्रिया को करते हुए मैंने पक्षियों को देखा था।तो मैने उनसे यह सिखा कि इंसान कितना भी ज्ञानी और कितना भी अमीर क्यों न बन जाये। उसे कर्तव्य और धर्म नहीं भूलना चाहिए। क्योकिं जिस कर्तयव और धर्म ने उसे ज्ञानी और अमीर बनया है। वे ही कर्तव्य और धर्म उसे अज्ञानी और गरीब बना सकते है। उसी प्रकार पक्षी आसमान में उड़ता तो है। लेकिन उसे खाने और सोने के लिए जमीन पर आना ही पड़ता है।
सिखने की बात (Learning Point For Life)
यह दुनिया एक जंगल है। जो इस जंगल की घटनाओं से जितना सीखेगा, वो उतना ही महान और सफलता प्राप्त करेगा।
"हमेशा सिखते रहना, महान आदमियों की आदत होती है।"